आत्म द्वीप
Wednesday, 11 February 2015
मंजिल
जो दिल ठहर जाए इक मंजिल पर तो बेमानी होगी|
मेरे राह की हरेक मंजिल नए मंजिल का पता देती है|
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)