Sunday 9 January 2022

हिंदी हूँ मैं

सदियों की सामासिक संस्कृति की शक्ति हूँ मैं 

मानव जीवन की जीवंत अभिव्यक्ति हूँ मैं 

समय की संवेदना का सारथी हूँ मैं 

हिंदी हूँ मैं| 


भाषिक परंपरा का गर्व एवं उत्थान हूँ मैं 

बुद्ध का उपदेश, महावीर का ज्ञान हूँ मैं 

धर्म-अध्यात्म, ज्ञान-विज्ञान हूँ मैं 

हिंदी हूँ मैं| 


शब्द संगीत, भाव प्राण हूँ मैं 

नव प्रेरणा, नव गान हूँ मैं 

सूर का कृष्ण, तुलसी का राम हूँ मैं 

हिंदी हूँ मैं| 


अंग्रेजी सत्ता की प्रतिकार,महात्मा गांधी का विचार हूँ मैं 

अमर शहीदों का अमर गीत, आज़ादी का नाम हूँ मैं 

अमर सेनानियों की अभिलाषा का परिणाम हूँ मैं 

हिंदी हूँ मैं| 


आज़ाद भारत की आज़ाद आवाज़ हूँ मैं 

ग़रीब-गुरबा की जुबान, वंचितों की ललकार हूँ मैं

रोजी-रोटी-रोजगार, भारत सरकार हूँ मैं 

हिंदी हूँ मैं| 


माँ की लोरी, किस्सा-कहानी, घर का अख़बार हूँ मैं

रीति-रिवाज,पर्व-त्योहार, परिवार का संस्कार हूँ मैं

गीत-संगीत की आत्मिक भाषा,प्रेम की परिभाषा हूँ मैं

हिंदी हूँ मैं।


भारत की वैश्विक पहचान,भारत का प्रेम-पैगाम हूँ मैं  

जन-गण-मन का आत्म गौरव, आत्म सम्मान हूँ मैं 

हिंद का अभिमान, हिंद-हिंदी-हिंदुस्तान हूँ मैं

हिंदी हूँ मैं| 

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